Top latest Five bhairav kavach Urban news
Wiki Article
कथयामि श्रृणु प्राज्ञ बटुककवचं शुभम्।
इत्थं देव्या वचः श्रुत्वा प्रहस्यातिशयं प्रभुः ।
देवदानवगन्धर्वकिन्नरपरिसेवितम् ॥ ४॥
कूर्चद्वन्द्वं महाकाल प्रसीदेति पदद्वयम् ।
कालिका साधने चैव विनियोगः प्रकीर्त्तितः ॥ ७॥
न चाप्नोति फलं तस्य परं नरकमाप्नुयात् ॥ २८॥
उन्मत्तभैरवः पातु हृदयं मम सर्वदा ॥ १७॥
पठनात् कालिकादेवी पठेत् कवचमुत्तमम् ।
आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, website इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।